Saturday, March 28, 2020

इंदौर में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, मनीष सिंह कलेक्टर और हरिनारायणाचारी बने डीआइजी

भोपाल (एजेंसी)। कोरोना से जूझ रहे इंदौर में शनिवार को प्रदेश सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। 2009 बैच के आईएएस प्रमोटी मनीष सिंह को इंदौर कलेक्टर बनाया गया। वहीं, डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र को फिर से इंदौर शहर की कमान सौंपी गई है। वर्तमान कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव को मंत्रालय में सचिव बनाया गया है।

सिंह इसके पहले इंदौर निगमायुक्त भी रह चुके हैं और उनके कार्यकाल में इंदौर सबसे पहले स्वच्छता में नंबर वन बना था। सत्ता परिवर्तन होते ही पुलिस विभाग में भी अधिकारियों के तबादले शुरू हो गए हैं।

शनिवार को राज्य शासन के गृह-विभाग से जारी आदेश के अनुसार, इंदौर में माफिया अभियान को लीड करने वाली डीआइजी रुचि वर्धन मिश्र का भी तबादला कर दिया गया।

उन्हें भोपाल पुलिस मुख्यालय भेजा है। वहीं, उनके स्थान पर खरगोन के डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र को इंदौर भेजा गया है।

मिश्र ने इंदौर में सबसे पहले गुंडों के मकान तोड़ने की कार्रवाई कर एक अलग पहचान बनाई थी। बता दें कि इंदौर राज्य के बाकी शहरों के मुकाबले सबसे अधिक कोरोना वायरस की चपेट में है। ऐसे में दोनों नए अधिकारियों पर पहली जिम्मेदारी इस महामारी से निपटने की होगी।

बढ़ सकती है लॉकडाउन की अवधि, इतने दिन तक और रह सकते हैं घर में कैद

नई दिल्ली।

कोरोना से निपटने के लिए केंद्रीय मंत्रियों ने अपनी-अपनी कमान संभाल ली है। सभी मंत्री प्रभार वाले राज्यों के सभी कलेक्टर से कहा गया है कि वे हर गांव, टोला तक जाकर लोगों की स्थिति की जानकारी लें। स्थित के मुआइना सरकार को जानकारी दें ताकी उन लोगों के लिए हर जरूरत उपलब्ध कराई जा सकें। उनको जागरूक करें और लॉकडाउन की स्थिति सुनिश्चित कराएं।

हाल में चौंकाने वाली जानकारी हासिल हुई है। जिसमें सरकारी सूत्रों के अनुसार ज्ञात हुआ है कि लॉकडाउन अवधि और बढ़ाई जा सकती है। एक हफ्ते में संक्रमण प्रभावित मरीजों की संख्या को देखते हुए इस बारे में फैसला लिया जाएगा। राज्य सरकारों के साथ केंद्रीय मंत्रियों के भी गांव से लेकर जिले तक तेजी से काम शुरू कर दिया है।